बस हर बदलाव को पाने को एक नया सहारा खोजना चाहता है बस हर बदलाव को पाने को एक नया सहारा खोजना चाहता है
वानप्रस्थ और संन्यास। वानप्रस्थ और संन्यास।
आज हमारा बचपन है कल हमारा यौवन है फिर हमारा बुढ़ापा है आज हमारा बचपन है कल हमारा यौवन है फिर हमारा बुढ़ापा है
तो शांति रह पाएगी जीवन में आपके, जिंदगी तो गुजर पाएगी बिन संताप के। तो शांति रह पाएगी जीवन में आपके, जिंदगी तो गुजर पाएगी बिन संताप के।
अंदरूनी डर भी सताता है ज़िंदगी ख़त्म होने का डर सिहरन लाता है अंदरूनी डर भी सताता है ज़िंदगी ख़त्म होने का डर सिहरन लाता है
सांस जब तक रही धड़कन में, अंग्रेजो को मजा चखा दिए। सांस जब तक रही धड़कन में, अंग्रेजो को मजा चखा दिए।